Chirag Paswan – चिराग पासवान , जानिए अभिनेता से नेता और फिर मंत्री बनने तक का सफर

Chirag Paswan – चिराग पासवान पहले फिल्म अभिनेता और अब केंद्रीय मंत्री के रूप में हमारे सामने है। उनकी रोचक जिंदगी जिसमे उन्होंने पहले हिंदी फिल्म में अभिनेता और अब मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में लिया।

Chirag Paswan – अभिनेता

चिराग पासवान आज बड़े नेता के रूप में हमारे सामने है पर इससे पहले चिराग का जीवन काफी रोमांचक था। चिराग ने अभिनेता के रूप में एक हिंदी फिल्म में बतौर हीरो अभिनय किया है जिसका शीर्षक था “मिले न मिले हम” Miley Naa Miley Hum , जिसमे उनकी हीरोइन थी स्टार एक्ट्रेस कंगना रनौत। इस बार कंगना रनौत भी पहली बार हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा से सांसद का चुनाव जीत कर संसद पहुंची है। कंगना ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर ये जीत हासिल की है । वैसे तो जब चिराग और कंगना की यह फिल्म 2011 में आयी थी उस समय यह फिल्म दर्शको को कुछ ख़ासा पसंद नहीं आयी थी और बॉक्स ऑफिस पर कमल नहीं कर पायी थी।

Chirag Paswan – पिता ने बनाया नेता

पिता का योगदान

चिराग पासवान का नेता बनना कोई चौकने वाली बात नहीं कही जाएगी , क्युकी वह दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री “श्री राम विलास पासवान” के बेटे है। राम विलास पासवान जी के राजनितिक पार्टी का नाम लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) है , जिसकी स्थापना खुद राम विलास जी ने नवम्बर 2000 में की थी। पासवान जी का जन्म बिहार के खगरिया जिले के शाहरबन्नी गाँव में हुआ। वह एक अनुसूचित जाति परिवार में पैदा हुये थे। उन्होंने 1960 के दशक में राजकुमारी देवी से शादी की। 2014 में उन्होंने खुलासा किया कि लोकसभा नामांकन पत्रों को चुनौती देने के बाद उन्होंने 1981 में उन्हें तलाक दे दिया था। उनकी पहली पत्नी राजकुमारी से उषा और आशा दो बेटियां हैं। 1983 में, अमृतसर से एक एयरहोस्टेस और पंजाबी हिन्दू रीना शर्मा से विवाह किया। उनके पास एक बेटा और बेटी है।

श्री पासवान जी पिछले 32 वर्षों में 11 चुनाव लड़ चुके हैं और उनमें से नौ जीत चुके हैं। राम विलास पासवान जी को भारतीय राजनीती में दिग्गज माना जाता है , कहा जाता था की राम विलास जी यह भाप लेते थे की हवा कौनसे पार्टी के पक्छ में बह रही है और उसी पार्टी के साथ गठबंधन करते थे, श्री पासवान जी के पास छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड भी है।

  1. वी.पी.सिंह
  2. एचडी देवेगौड़ा
  3. इंद्र कुमार गुजराल
  4. अटल बिहारी वाजपेयी
  5. मनमोहन सिंह
  6. नरेन्द्र मोदी

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में 8 अक्टूबर 2020 को दिल्ली में निधन हो गया।इनके पुत्र युवा बिहारी चिराग पासवान ने इनके श्राद्ध में अपना सर मुंडवाकर इन्हे याद किया।

पिता के जाने के बाद की जिम्मेदारी

बिहार में दलितों के बीच लोक जान शक्ति पार्टी की अच्छी-खासी पकड़ थी। 2020 में राम विलास पासवान जी के देहांत के बाद 2021 में पार्टी दो पार्टियों लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी में बंट गई। परिवार के साथ साथ पार्टी में भी टकराव आगया , राम विलास जी के भाई पशुपति पारस का यह कहना था की पार्टी की बाग़ डोर उनके हाथो में होना चाहिए वही एक बड़े तकबे का मानना था की पार्टी की कमान चिराग पासवान के हाथो में होनी चाहिए। इस अंतरकलह से पार्टी दो भागो में बट गई और चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यछ बन गए।

चुनावो में प्रदर्शन

चिराग पासवान का राजनितिक सफर 2014 के आम चुनाव से शुरू हुआ था चिराग पासवान ने पहली बार 2014 लोक सभा चुनाव में बिहार राज्य की जमुई लोक सभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार सुधांशु शेखर भास्कर को करीब 85,000 मतो से हराया। चिराग पासवान ने 2019 के लोक सभा चुनावों में इसी सीट से भूडियो चौधरी को हराया और दूसरी बार लोक सभा के सांसद बने। 2024 के लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान ने बिहार के हाजीपुर की सीट से चुनाव लड़ा , जहा पे उन्होंने जीत दर्ज की और लगातार तीसरी बार संसद बने , कई मौको पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी चिराग की खूब तारीफ की है। इस बार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायन्स की सरकार में चिराग पासवान ने कैबिनेट मंत्री (खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री) के रूप में पदभार संभाला है

Leave a Comment